Thursday, July 9, 2009

आंखें ...

तेरी आँखों के आइने में ख़ुद का वजूद ढूँढूं ,
जैसे खामोश सी गहराई में तूफानों का जूनून ढूँढूं,
पल में हँसाना पल में रुलाना इनका,
इनमें एक पल, पल में ज़िन्दगी ढूँढूं ....

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